Railway news tte will not have to handle charts will run tabs will be able to update berths online: digi desk/BHN/ग्वालियर/अब ट्रेनों में जाने वाले टीटीई के हाथ में चार्ट नहीं नजर नहीं आएंगे। उनकी जगह पर उन्हें टैब दिए जाएंगे। टैब पर ही सीटों की जानकारी अपडेट करना होगी, जिस स्टेशन पर सीटें अपडेट होंगी, उसकी जानकारी अगले स्टेशन पर मिल जाएगी। इस व्यवस्था से टीटीई की मनमानी रुकेगी। अपनी मर्जी के अनुसार बर्थ नहीं दे सकेंगे। भरी व खाली बर्थ की जानकारी ट्रेन से ही आनलाइन करना होगी। उत्तर मध्य रेलवे के जोन कार्यालय से 386 टैब झांसी मंडल को मिले हैं। प्रशिक्षण के बाद यह टैब टीटीई को सौंप दिए जाएंगे।
स्टेशन व ट्रेनों में अक्सर बर्थ बेचने के आरोप लगते रहे हैं। इस ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड ने पारदर्शिता लाने की कवायद शुरू की है। टीटीई की लाबी को डिजिटल किया गया है। लाबी डिजिटल होने के बाद स्टेशन पर जो चार्ट चस्पा किए जाते थे, वह बंद कर दिए गए। ग्वालियर स्टेशन स्थित लाबी डिजिटल हो चुकी है। उसके बाद ट्रेनों के टीटीई को डिजिटल किया जा रहा है। मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह का कहना है कि टैब आ चुके हैं। इन्हें प्रशिक्षण के बाद दिया जाएगा।
यह आएगी पारदर्शिता
- -यदि कंफर्म सीट का यात्री नहीं आता है। टीटीई को उसकी आनलाइन जानकारी अपडेट करना होगी। अगले स्टेशन पर उस बर्थ की जानकारी लाबी में होगी। खाली सीट की बुकिंग लाइन की जा सकेगी।
- – टैब आने से कागज की बचत होगी। चार्ट प्रिंट करने में काफी पैसा खर्च होता है।
- -यात्री भी खाली सीट को तत्काल बुक कर सकेगा। टैब जीपीएस से जुड़ा रहेगा। इससे पता रहेगा कि टीटीई ने ट्रेन की जांच की है या नहीं।
- -ट्रेन की जो वेटिंग है, उसके क्लीयर होने की भी जानकारी आनलाइन मिल सकेगी।
जुलाई में बदलेगा ट्रेनों का समय
- -जुलाई में नया टाइम टेबल लागू किया जाएगा। इससे ट्रेनों के समय में बदलाव की संभावना है। क्योंकि ट्रेनों की गति बढ़ाई जा रही है, जिससे ट्रेनें जल्दी पहुंचेंगी। शताब्दी एक्सप्रेस, कर्नाटक एक्सप्रेस, तमिलनाडु एक्सप्रेस, केरला एक्सप्रेस, जीटी एक्सप्रेस व ग्वालियर इंटरसिटी के समय में बदलाव की संभावना है।
- -इनकी गति बढ़ने पर ये समय से पहले आने लगेंगे। इस वजह से समय बदलेगा। ट्रेनों के टाइम को रिवाइज किया गया है।